समाचार पत्र हमारी सोचने की दिशा का निर्देशक होते हैं। जाने-अनजाने एक बार के पढ़ने से ही वे हमारे दिनचर्या का हिस्सा बन जाते हैं और हमें खुद से ज्यादा दुनिया के बारे में बताते हैं। एक सच्चा उदाहरण दूं, मेरे बच्चे अभिमन्यु और शरण्या ने जब स्कूल में क्लास प्रोजेक्ट के लिए समाचार पत्र का अनालिसिस करना था, तो उन्होंने समाचार पत्रों को कितने गहराई से जांचा, ऐसा मैंने अपने कभी स्कूल का समय में नहीं किया था।
मैं यहाँ भारत की विश्वसनीयता की बात कर रहा हूँ और आपको इसके विषय में विवरण देने की कोशिश कर रहा हूँ। समाचार पत्रों की विश्वसनीयता की बात करने से पहले, हमें इसकी आवश्यकता, महत्व और प्रभाव को समझना होगा। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, समाचार पत्रों ने राष्ट्रीयता की भावनाओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। और आज भी, वे एक सच्चे नागरिक की विश्वसनीय आवाज रहते हैं।
मेरे बच्चे अभिमन्यु और शरण्या, समाचार पत्र को खासा पसंद करते हैं। वे बाल मंच, किड्स कॉरनर जैसे विभागों में प्रकाशित बच्चों की कहानियों को पढ़ना बहुत पसंद करते हैं। एक बार, शरण्या ने अपनी बिल्ली मिस्टी के लिए एक कहानी लिखी थी और वही कहानी उनके स्कूल वार्षिकांक में छपी थी। इससे उसके मेहनत का अहसास हुआ और थोड़ी खुशी भी।
खैर, मेरी व्यापारिक समाचार पत्रों की सूची में 'बिजनेस स्टैंडर्ड', 'फाइनेंशल एक्सप्रेस', 'बिजनेस टुडे', 'बिजनेस वर्ल्ड', और 'मिंट' शामिल हैं। परंतु यह मेरी अपनी व्यक्तिगत राय है और यह हो सकता है कि आपकी सोच इससे अलग हो।
मैं मुंबई में रहता हूं और मुंबई के स्थानीय समाचार पत्र, सही मायनों में, मुंबई की आत्मा हैं। 'मुंबई मिरर', 'हिन्दुस्तान टाइम्स' (मुंबई आवृत्ति), 'मिड डे' आदि अगर आप मुंबई में हैं, तो आपके बाग में होने चाहिए। मुंबई के स्थानीय समाचार पत्र उसकी खबरों, समस्याओं, खुशियों, उत्सवों, और लोगों की आवाज़ को बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत करते हैं।
इस डिजिटल युग में, कई लोग सोचते हैं कि समाचार पत्र का युग अब समाप्त हो गया है। लेकिन, मैं इस तथ्य से सहमत नहीं हूं। हाँ, यह सच है कि कुछ मेडिया प्रतिष्ठानों को ऑनलाइन संस्करण लाने की आवश्यकता थी, लेकिन प्रिंट मीडिया का अपना एक अद्वितीय चर्म है। उसकी खुशबू, उसके पृष्ठों की आवाज़, और सुबह में चाय के साथ समाचार पत्र पढ़ने का अनुभव, यह सब कुछ अद्वितीय है।
अब, मैं आपका समय नहीं बर्बाद करूंगा और निर्णय करूंगा। मेरे विचार से,भारत में सबसे विश्वसनीय समाचार पत्र जो मैने आज तक पढ़ा है, वह 'द हिन्दू', 'द इंडियन एक्सप्रेस', और 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' हैं। वे न सिर्फ सूचना प्रदान करते हैं, बल्कि वे विचारात्मक ताकत भी हैं। हाँ, कभी-कभी मैं 'मुंबई मिरर' भी पढ़ लेता हूं, मुझे यहाँ की स्थानीय खबरें आकर्षित करती हैं।