एक भारतीय के रूप में, भारतीय व्यंजनों के बारे में आपको क्या गर्व महसूस कराता है?


एक भारतीय के रूप में, भारतीय व्यंजनों के बारे में आपको क्या गर्व महसूस कराता है?
जुल॰, 27 2023 भारतीय खाना और व्यंजन अर्नव वशिष्ठ

विविधता में एकता

एक भारतीय के रूप में, मुझे हमारे व्यंजनों की विविधता पर गर्व होता है। हमारे देश में हर राज्य, हर जिले, हर शहर और हर गाँव के अपने-अपने खास व्यंजन हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारतीय खाना संसार भर में अपनी विविधता के लिए प्रसिद्ध है। हमारे पास सब्जियाँ, दालें, रोटियां, चावल, मीट, मछली, चटनी, आचार, मिठाई, पेय, स्नैक्स और बहुत कुछ है।

शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजन

हमारे देश की आधिकारिक भाषा हिंदी में दो शब्द होते हैं - 'शाकाहारी' और 'मांसाहारी', जो व्यंजनों की विविधता को दर्शाते हैं। शाकाहारी व्यंजनों में सब्जियां, दाल, रोटी, चावल, दही, खीर आदि शामिल हैं। वहीं मांसाहारी व्यंजनों में चिकन, मटन, मछली, एग आदि शामिल हैं। इस विविधता के बावजूद, हमारे व्यंजन संसार के हर कोने में अपनी खुद की खास पहचान बनाते हैं।

स्वाद और सूखम स्वाद

भारतीय व्यंजनों में एक खास बात यह है कि वे स्वाद और सूखम स्वाद में समृद्ध होते हैं। हमारे व्यंजनों में हर तरह के स्वाद होते हैं - मीठा, खट्टा, नमकीन, तीखा, कड़वा और उमामी। इसके अलावा, हमारे व्यंजनों में सूखम स्वादों का भी उपयोग होता है, जैसे कि हल्दी, जीरा, धनिया, सौंफ, लौंग, दालचीनी, इलायची, जायफल, जावित्री, कसूरी मेथी आदि।

स्वास्थ्य और पौष्टिकता

भारतीय व्यंजनों की एक और खूबी यह है कि वे स्वास्थ्य और पौष्टिकता से भरपूर होते हैं। हमारे व्यंजनों में उच्च प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते हैं। हमारी दालें, सब्जियां, फल, दूध, दही, चावल, रोटी, खीर आदि स्वास्थ्य और पौष्टिकता से भरपूर होती हैं।

भारतीय मिठाईयाँ

भारतीय मिठाईयाँ भी एक बड़ा हिस्सा हैं जिसपर मुझे गर्व महसूस होता है। गुलाब जामुन, रसगुल्ला, जलेबी, बर्फी, लड्डू, पेड़ा, कजू कतली, बेसन की चक्की और अनेक अन्य मिठाईयाँ हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं। ये मिठाईयाँ हमारे त्योहारों, उत्सवों, खुशी के अवसरों और दैनिक जीवन का हिस्सा हैं।

परंपरा और संस्कृति

अंत में, भारतीय व्यंजनों का हमारी परंपरा और संस्कृति से गहरा संबंध है। हमारे व्यंजन हमारी परंपरा, संस्कृति, धार्मिक आस्थाओं और जीवनशैली का प्रतिबिंब होते हैं। वे हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और हमें अपनी पहचान देते हैं। इसलिए, मैं एक भारतीय के रूप में अपने व्यंजनों पर गर्व महसूस करता हूँ।