WPL 2026 ऑक्शन: दिल्ली कैपिटल्स ने लॉरा वोल्वार्ड्ट और श्री चरणी को शामिल करके पूरी की टीम


WPL 2026 ऑक्शन: दिल्ली कैपिटल्स ने लॉरा वोल्वार्ड्ट और श्री चरणी को शामिल करके पूरी की टीम
नव॰, 27 2025 समाचार और मीडिया अर्नव वशिष्ठ

नई दिल्ली में 27 नवंबर, 2025 को शाम 3:30 बजे शुरू हुआ WPL 2026 मेगा ऑक्शन ने महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया मilestone बना दिया। इस ऑक्शन में 277 खिलाड़ियों में से सिर्फ 67 को खरीदा गया, और दिल्ली कैपिटल्स ने अपना पूरा बजट खर्च करके अपनी टीम को पूरा कर लिया — बिल्कुल शून्य राशि बाकी रह गई। ये सिर्फ एक ऑक्शन नहीं, बल्कि एक रणनीतिक निर्माण था — जहां टीम ने अंतरराष्ट्रीय ताकत और घरेलू तालमेल को एक साथ जोड़ दिया।

रिटेंटेड स्टार्स और नए जुड़े बल्लेबाज

दिल्ली कैपिटल्स ने ऑक्शन से पहले ही पांच खिलाड़ियों को बरकरार रखा था: जेमिमाह रोड्रिगेज, शफाली वर्मा, एननबेल स्यूथरलैंड, मैरिज़ने कैप और निकी प्रसाद — हर एक का रिटेंटर फी 2.2 करोड़ रुपये या 50 लाख रुपये था। ये खिलाड़ी टीम की आधारशिला थे। लेकिन ऑक्शन में जो किया गया, वो उनकी ताकत को और बढ़ाने वाला था।

दिल्ली ने लॉरा वोल्वार्ड्ट को 1.10 करोड़ रुपये में हासिल किया — दक्षिण अफ्रीका की ओपनिंग बल्लेबाज, जिसकी टेक्निक और रन बनाने की क्षमता टीम के टॉप ऑर्डर को एक नई गति देगी। इसके बाद आया एक बड़ा झटका: श्री चरणी के लिए वॉरियर्ज के साथ जमकर बोली लगाई गई। अंत में दिल्ली ने 1.30 करोड़ रुपये देकर इस बहुमुखी ऑलराउंडर को अपनी टीम में शामिल कर लिया।

दो ऑलराउंडर्स, एक बैलेंस

दिल्ली कैपिटल्स की सबसे बड़ी रणनीति थी — ऑलराउंडर्स की कमी को पूरा करना। उन्होंने दो ऐसे खिलाड़ियों को चुना जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में बदलाव ला सकते हैं। चिनेल हेनरी (1.30 करोड़ रुपये) और श्री चरणी ने टीम को एक ऐसा बैलेंस दिया जिसकी जरूरत थी। ये दोनों खिलाड़ी टॉप ऑर्डर के साथ लगे रह सकते हैं, या फिर अंत में दबाव बना सकते हैं।

इसके अलावा, स्नेह राणा (50 लाख रुपये) को भी टीम में शामिल किया गया — एक अनुभवी स्पिनर जो टीम के मिडिल ऑर्डर को स्थिरता देगा। ये चयन दिल्ली के कोच टीम के लिए एक अच्छी बैलेंस चाहते थे, जिसमें तेज गेंदबाजी, स्पिन और ऑलराउंडर्स का अच्छा मिश्रण हो।

अनकैप्ड टैलेंट और स्मार्ट खरीद

दिल्ली कैपिटल्स ने बस 10 लाख रुपये में दिया यादव को खरीदा — एक अनकैप्ड बल्लेबाज, जिसकी बैटिंग स्टाइल बहुत आक्रामक है। ये एक बहुत ही स्मार्ट खरीद थी। अगर वो टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करती है, तो ये एक बहुत छोटी लागत में बड़ा रिटर्न दे सकती है।

इसी तरह, लिजेल ली (30 लाख रुपये) को विकेटकीपर के रूप में चुना गया — एक अनुभवी दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी जो बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग का काम भी कर सकती है। ये एक ऐसा विकल्प था जो टीम के लिए फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाता है।

ऑक्शन के बड़े सरप्राइज

ऑक्शन का सबसे बड़ा सरप्राइज था — एलिसा हीली का न बिकना। ऑस्ट्रेलिया की कप्तान, विकेटकीपर और बल्लेबाज — जिसके बारे में सबको लग रहा था कि वो 3 करोड़ रुपये से भी ज्यादा में बिकेगी — वो बिल्कुल नहीं बिकी। ये एक बड़ा सवाल उठाता है: क्या टीमों को उसकी उम्र या फिर फॉर्म की चिंता थी? या फिर उन्होंने अपने बजट को बचाने का फैसला किया?

दूसरा बड़ा सरप्राइज था — दीप्ति शर्मा का 3.2 करोड़ रुपये में यूपी वॉरियर्ज द्वारा खरीदा जाना। ये अब भारत की सबसे महंगी खिलाड़ी बन गईं — स्मृति मंधाना के 3.5 करोड़ रुपये के बाद। उनके लिए बोली लगाने में वॉरियर्ज ने राइट टू मैच का इस्तेमाल किया, जिससे ये बात सामने आई कि टीमें अब सिर्फ पैसे नहीं, बल्कि स्ट्रैटेजी से भी खेल रही हैं।

टीमों का बजट और रणनीति

टीमों का बजट और रणनीति

कुल मिलाकर 40.8 करोड़ रुपये खर्च हुए, लेकिन दो टीमें — यूपी वॉरियर्ज और गुजरात जायंट्स — अपने बजट का बड़ा हिस्सा बचा लिया। गुजरात ने 15 लाख रुपये बचाए। ये बताता है कि सब टीमें एक जैसी नहीं खेल रहीं। कुछ ने बड़े खिलाड़ियों पर बोली लगाई, कुछ ने लंबे समय के लिए बचत की।

दिल्ली कैपिटल्स की रणनीति साफ थी — बैलेंस बनाना। उन्होंने टॉप ऑर्डर के लिए वोल्वार्ड्ट, ऑलराउंडर्स के लिए हेनरी और चरणी, और बच्चों के लिए दिया यादव को चुना। ये टीम अब एक ऐसी टीम है जो किसी भी पिच पर खेल सकती है।

अगला कदम: WPL 2026 का टूर्नामेंट

अब सवाल ये है — क्या ये टीम वाकई चैंपियन बन पाएगी? दिल्ली के पास अब एक बहुत ही संतुलित टीम है। उनके पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव है, घरेलू ताकत है, और एक अच्छा बैलेंस। लेकिन क्रिकेट एक खेल है जहां एक दिन का खेल भी टूर्नामेंट बदल सकता है।

टूर्नामेंट फरवरी-मार्च 2026 में शुरू होने वाला है। दिल्ली कैपिटल्स के लिए अब समय है — टीम को एक साथ लाने का, रणनीति बनाने का, और दिखाने का कि वो सिर्फ बजट खर्च करने वाली टीम नहीं, बल्कि एक जीतने वाली टीम है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

दिल्ली कैपिटल्स की टीम में कितने खिलाड़ी हैं और कौन-कौन हैं?

दिल्ली कैपिटल्स की टीम में 11 खिलाड़ी हैं: जेमिमाह रोड्रिगेज, शफाली वर्मा, एननबेल स्यूथरलैंड, मैरिज़ने कैप, निकी प्रसाद (रिटेंटेड), लॉरा वोल्वार्ड्ट, चिनेल हेनरी, श्री चरणी, स्नेह राणा, लिजेल ली और दिया यादव। ये टीम अंतरराष्ट्रीय और घरेलू ताकत का बेहतरीन मिश्रण है।

श्री चरणी को दिल्ली ने क्यों खरीदा?

श्री चरणी एक बहुमुखी ऑलराउंडर हैं जो तेज बल्लेबाजी और ऑफ-स्पिन दोनों कर सकती हैं। उन्हें वॉरियर्ज के साथ जमकर बोली लगाई गई, जिससे पता चलता है कि वो टूर्नामेंट में बहुत अहम भूमिका निभा सकती हैं। दिल्ली ने उन्हें 1.30 करोड़ में खरीदकर अपने मिडिल ऑर्डर को मजबूत किया है।

एलिसा हीली क्यों नहीं बिकी?

एलिसा हीली का न बिकना सबके लिए सरप्राइज था। शायद टीमों ने उनकी उम्र या फॉर्म को ध्यान में रखा होगा। या फिर उन्होंने अपने बजट को अन्य खिलाड़ियों पर खर्च करने का फैसला किया। इससे पता चलता है कि अब टीमें सिर्फ स्टार नहीं, बल्कि टीम बैलेंस के हिसाब से खरीद रही हैं।

दीप्ति शर्मा का रिकॉर्ड क्यों बना?

दीप्ति शर्मा को यूपी वॉरियर्ज ने राइट टू मैच का इस्तेमाल करके 3.2 करोड़ रुपये में खरीदा। ये उनकी टीम के लिए एक रणनीतिक निर्णय था — उन्हें पहले से जाना जाता था, और उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। ये अब भारत की दूसरी सबसे महंगी खिलाड़ी बन गईं।

दिल्ली कैपिटल्स की टीम चैंपियन बन सकती है?

हां, बिल्कुल। उनके पास अब एक संतुलित टीम है — ओपनर्स, ऑलराउंडर्स, स्पिनर्स और विकेटकीपर तक। अगर वो टीम के बीच का तालमेल अच्छा रखते हैं, तो वो टूर्नामेंट के अंत तक चल सकते हैं। खासकर अगर श्री चरणी और चिनेल हेनरी अच्छा प्रदर्शन करें।

WPL 2026 कब शुरू होगा?

WPL 2026 का टूर्नामेंट फरवरी-मार्च 2026 के बीच शुरू होने की उम्मीद है, जैसा कि पिछले सालों में हुआ है। दिल्ली कैपिटल्स के लिए अब एक महीने का समय है — टीम को एक साथ लाने और ट्रेनिंग शुरू करने का।