शराब पर हो रहा बवाल, ब्लैक गोल्ड की जमकर हो रही तस्करी

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नेता और वेकोलि अधिकारियों की सांठगांठ से जारी है गोराखधंदा

चंद्रपुर : जिले में अवैध शराब को लेकर सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर बवाल मचा है। अवैध शराब को लेकर पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लिया जा रहा है। कमसे कम जिले में पुलिस अवैध शराब तस्करों को गिरफ्तार तो भी कर रही है लेकिन दूसरी ओर वेकोलि की खदानों से घिरे इस जिले में कोयले की तस्करी जोरो पर जारी है। इस तस्करी के माध्यम से हर माह जिले में करोडों के राष्ट्रीय संपत्ति का वारे न्यारे हो रहे है। वेकोलि के अधिकारी और बड़े नेताओं की सांठगांठ में ये गोराखधंदा जारी है।

वणी नार्थ के उकनी, कोलार पिपरी, कुंभार खनी, बल्लारपुर के सास्ती, पोवनी-2, पद्‌मापूर, चंद्रपुर के लालपेठ, भटली और पैनगंगा , नीलजई -2 और कोलगाव आदि वेकोलि की कोयला खदाने है। खदानों के परिसर में रात के समय कोयला चोरी और तस्करी धडल्ले से होती है।

सूत्रों के अनुसार बड़े नेताओं के आश्रय से बड़े ट्रांसपोर्ट डीओ धारक बनकर वेकोलि नियमों का उल्लंघन कर खदन परिसर में प्रवेश कर अपने ट्रकों में खदान के सब एरिया व नोडल अधिकारीयो से साठगांठ कर उन्हें प्रति टन कोयले के एवज में चढ़ावा देकर विशेष अनुमति प्राप्त कर उच्च दर्जे का कोयला लिया जा रहा है। और प्रति रोडसेल ट्रक में एक से दो टन कोयला अधिक भरकर खदान से बाहर भेज दिया जा रहा है। वणी व चंद्रपुर के पडोली व सखरवाही, नागला के निजी प्लाटों में उतार कर दुगने दामों में प्रतिटन खुले बाजार में बेचा जा रहा है। इस गोरखधंधे में बड़े ट्रांसपोटर्स के नाम शामिल होने से कोई कार्रवाई नही कर रहा।

वणी नार्थ, वणी साउथ, चंद्रपुर, बल्लारपुर रेलवे वैगन में भी इसी तरह का गोराखधंदा जारी है।
रोजाना वेकोलि खदानों से निकलने वाले कोरोडो रुपयों का ब्लैक गोल्ड (राष्ट्रीय संपत्ति) खुलेआम खुले बाजार में बिक रहा है। लेकिन सबकुछ पता होने पर भी इन अवैध धंदे पर कोई कुछ नहीं बोलता।