‘दृश्यम’ और ‘क्राइम पेट्रोल’ की कहानी सुनाकर हत्य को आत्महत्या का रंग दे रहे थे पिता और भाई

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यवतमाल जिले में एक 28 साल की युवती की हत्या की गई. इसके बाद उसे अपने ही भाई और पिता द्वारा आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई. यवतमाल के पांढरकवडा पुलिस ने 72 घंटे में सच का पता लगाकर पिता और भाई को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. दरअसल इलाके के एक कुएं में महिला का शव पाया गया था, जिसके हाथ में एक चिट्ठी पड़ी हुई मिली थी. और उस चिट्ठी के आधार पर ही महिला द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात को आधार मिल रहा था. फिल्म ‘दृश्यम’ और टीवी धारावाहिक ‘क्राइम पेट्रोल’ से जुड़ी घटनाओं का आधार लेकर महिला के परिवार वाले पुलिस की आंखों में लगातार धूल झोंकने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन आखिरकार पुलिस ने सच का पता लगा लिया.

केलापुर प्रखंड में पेंढरी क्षेत्र में स्थित एक कुएं में पिछले रविवार एक महिला का शव बरामद हुआ. दोपहर करीब चार बजे की यह घटना है. शव की पहचान हुई तो पता चला यह शव कारेगाव इलाके में रहने वाली 28 साल की रेखा राम शेडमाके का है. सूचना मिलते ही इस क्षेत्र के पांढरकवडा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया. पेंढरी में रहने वाली रेखा शेडमाके की शादी कारेगाव इलाके के राम शेडमाके से हुई थी. कुछ दिनों पहले रेखा अपने मायके में रहने आई थी. रविवार के दिन पेंढरी गांव के लोगों को कवडू करपते के खेत में स्थित कुएं में एक शव तैरता हुआ दिखाई दिया. गांव वालों ने इसकी खबर पांढरकवडा पुलिस को दे दी. पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और पंचनामा किया. साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए उप जिला अस्पताल भेज दिया. इस घटना की जांच करते हुए पुलिस को हैरान कर देने वाली बात पता चली.

रेखा के दाएं हाथ में एक कपड़े के लिफाफे में एक चिट्टी बंधी थी और जियो कंपनी का सिमकार्ड रखा था. डॉक्टरों ने बताया कि गला दबाकर महिला की हत्या की गई है और उसके बाद शव को पानी में फेंका गया है. इसके बाद हवलदार राहुल खंडागले ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ पंढरपुर पुलिस स्टेशन में धारा 302, 201 के तहत हत्या का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने पेंढरी में भी तफ्तीश आगे बढ़ाई और सर्च मुहिम शुरू की. कुएं का सारा पानी मोटर पंप की सहायता से बाहर निकाला गया. रेखा के शव के साथ मिली चिट्ठी के आधार पर संदेहास्पद नजर आ रहे मुकेश उर्फ देवेंद्र कनाके नाम के शख्स से पूछताछ शुरू की गई. इसके अलावा रेखा की मां और उनके रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई. लेकिन पूछताछ में कुछ भी सामने नहीं आ रहा था.

लेकिन पूछताछ में पुलिस को यह संकेत मिल गया कि शायद यह खून ऑनर किलिंग का सब्जेक्ट हो सकता है. इस संकेत के आधार पर जांच आगे बढ़ी और रेखा के रिश्तेदारों से पूछताछ बढ़ाई गई. लेकिन रिश्तेदार ‘दृश्यम’ और ‘क्राइम पेट्रोल’ की कहानी सुनाते रहे और पुलिस को उलझाते रहे. जब जांच के क्रम में पुलिस को पक्का यकीन हो गया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि ‘ऑनर किलिंग’ का मामला है तो पुलिस ने रेखा के पिता विलास मरापे, भाई हिरामण मरापे, साला सुभाष मडावी को कब्जे में लिया और कड़ाई से पूछताछ की. पुलिस के जोर के आगे ये लोग टूट गए और सारा सच उगल दिया कि ये रेखा के वैवाहिक संबंध से खुश नहीं थे और इससे समाज में उनकी बदनामी हो रही थी. पुलिस ने फिर इन्हें गिरफ्तार कर 16 अप्रैल को न्यायालय के सामने हाजिर किया. इन सबने अपना गुनाह कबूल लिया.

गला दबा कर हत्या की और बेटी को कुएं में फेंका

झूठी सामाजिक प्रतिष्ठा बचाने के लिए तीनों आरोपियों ने रेखा की गला दबा कर हत्या कर दी, हत्या के लिए रस्सी का इस्तेमाल किया गया. इसके बाद शव को कुएं में फेंक दिया गया. घटना 9 अप्रैल की है. हत्या का शक ना आए इसलिए इन्होंने रेखा का हस्ताक्षर किया हुआ एक बनावटी पत्र उसके हाथ में बांध कर कुएं में धक्का दिया था. घटना को अंजान देने के बाद ये लोग अपने रोजमर्रा के कामों में लग गए. लेकिन पांढरकवडा पुलिस ने केस की गहराई से छानबीन करते हुए सच का पता लगा लिया.