22 cases of the #Deltaplus variant of #Covid19 have been found in India so far. The variant is in the category of ‘variant of interest’: @MoHFW_INDIA #IndiaFightsCorona #UnitedToFightCorona pic.twitter.com/bJMP6PUL8h
— PIB India (@PIB_India) June 22, 2021
नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि डेल्टा वेरियंट इस समय दुनिया के 80 देशों में है. भारत में भी यह है और इसे ‘वेरियंट ऑफ कंसर्न’ की श्रेणी में रखा गया है. मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में डेल्टा प्लस के 22 मामले हैं और अभी इसे ‘वेरियंट ऑफ इंटरेस्ट’ की श्रेणी में रखा गया है. डेल्टा प्लस वेरिएंट के केस केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में पाए गए हैं.
राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा गया है कि कैसे डेल्टा प्लस वेरियंट को डील करना है. हम नहीं चाहते हैं कि डेल्टा प्लस वेरियंट आगे बढ़े.विशेषज्ञों का मानना है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट, देश में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने प्रेस कांफ्रेंस में डेल्टा प्लस वेरिएंट को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ बताया था, वेरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं. लेकिन शाम होते होते डेल्टा प्लस ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ हो गया. स्वास्थ्य मंत्रालय का स्टेटमेंट आया. स्वास्थ्य सचिव ने कहा, भारत के दोनों वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशील्ड, डेल्टा वेरिएंट पर असरदार हैं. रूसी वैक्सीन स्पूतनिक V लेट आई है लेकिन अभी कोविशील्ड और कोवैक्सिन पर पाया गया कि दोनों वैक्सीन डेल्टा वेरियंट पर असरदार है.