ताडोबा में एक और प्रवेश द्वार पर्यटकों के लिए खुला, बाघ के दर्शन के साथ – साथ बोटिंग का भी आनंद…

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ताडोबा टाइगर प्रोजेक्ट के व्यस्थापन ने नए प्रवेश द्वार खोलने का फैसला किया, चिमूर तालुका में पलासगाँव वन अभ्यारण्य के अंतर्गत बेलारा गोंदमोहली बफर प्रवेश नए साल की पूर्व संध्या पर शुरू किया गया।

चंद्रपुर : तडोबा टाइगर रिजर्व, जो अपने बाघों के दर्शन के लिए प्रसिद्ध है, सफारी के लिए देश – विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। पलासगाँव वन अभ्यारण्य अंतर्गत आने वाले बेलारा गोंडमोहली में पर्यटकों के लिए एक प्रवेश द्वार शुरू करने का निर्णय लिया गया। इस पर्यटक द्वार को नए साल में शुरू किया गया। इससे गांव और क्षेत्र के युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा।

यहां आनेवाले कई पर्यटकों को बाघों के साथ साथ अन्य वन्यजीवों का दर्शन हेतु ताडोबा टाइगर रिजर्व के सफारी के लिए वेटिंग में रहना पड़ाता हैं। इससे अधिकांश पर्यटकों को निराशा होना पड़ता हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, ताडोबा टाइगर प्रोजेक्ट के व्यवस्थापन ने नए प्रवेश द्वार खोलने का फैसला किया। चिमूर तालुका में पलासगाँव वन अभ्यारण्य के अंतर्गत बेलारा गोंडमोहली बफर प्रवेश नए साल की पूर्व संध्या पर शुरू किया गया हैं।

प्रवेश द्वार के पास के गाँवों में बोटिंग की भी व्यवस्था की गई है। इसलिए, गाँव और आसपास के क्षेत्र के युवाओं को गाइड, जिप्सी, टिकट काउंटर और चौकीदार के रूप में रोजगार मिलेगा। पलासगांव वन रेंज अधिकारी आर.एन ठेमस्कर के हाथों शुभारंभ किया गया हैं। इस अवसर पर पर्यावरण विकास समिति के अधिकारी और सदस्य, वन विभाग के कर्मचारी, ग्रामीण और पर्यटक उपस्थित थे। इस बार गाँव गाइड को ट्रैकसूट और वर्दी वितरित की गई। इसके साथ ही पालसगांव गेट से नाइट सफारी भी शुरू हो गई है।