चंद्रपुर : खाद्य और औषधि (FDA) विभाग ने ब्लैक में रेमडिसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) को बेचते हुए दो व्यक्तियों को दरदबोचा। पकड़े गए आरोपियों में से एक आश्रय उरेड दूसरा प्रदीप गनवीर हैं। यह कार्रवाई शुक्रवार (7 मई) की दोपहर में शहर के गांधी चौक परिसर के पुगलिया गली में किया गया।
खाद्य एवं औषधि विभाग को सूचना मिली थी कि दो लोग 25,000 रुपये में इंजेक्शन बेचने वाले हैं, खाद्य एवं औषधि विभाग, शहर पुलिस की सहायता से जाल बिछाकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
जिले में इन दिनों कोरोना का हाहाकार मचा हुआ है और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से लाचार दिखाई दे रही हैं।जिले के अनेक अस्पतालों में मरीजों को बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। जो मरीज पूरी तरह से गंभीर है, उन्हें रेमडिसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की आवश्यकता होती है। इससे पूर्व इन दवाओं का वितरण केवल औषधि वितरकों के पास थी। ऐसे में यह इंजेक्शन कइयों को नहीं मिल पा रहे थे। यह पूरी व्यवस्था संदिग्ध थी।
मरीजों के रिश्तेदार भी इस संदर्भ में शिकायत कर रहे थे कि इस इंजेक्शन को ब्लैक में बेचा जा रहा है। इस के बाद यह आवंटन जिला कलेक्टर के देखरेख में दी जा रही थी लेकिन इसके बावजूद, रेमडिसिविर (Remdesivir Injection) को ब्लैक में भेचने वाले रूखे नहीं।
जिला प्रशासन रेमडिसिविर (Remdesivir Injection) के काले बाजार पर अंकुश लगाने के लिए सक्रिय हो गई है। यह आज के कार्रवाई में सामने आया है।