
चंद्रपुर : जिले में पुलिस के रवैये से त्रस्त होकर लोग आत्महत्या कर रहे है. सिंदेवाही में थाने में फिर्यादी द्वारा फांसी लगाने की घटना के बाद जिवती पुलिस थाने में एक महिला ने थानेदार के रवैये से परेशान होकर जहर गटक लिया जिससे उसकी हालत बिगड़ गई, उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाने का सौजन्य नहीं दिखाने पर प्रतिवादी पक्ष के लोगों ने ही मानवता का परिचय देकर उसे अस्पताल पहुंचाया. वर्तमान में महिला जिला सामान्य अस्पताल में उपचार लाभ ले रही है. इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है.
मामला इस तरह से है कि दो गुटों में किसी बात को लेकर विवाद होने पर दोनों गुट के लोग थाने इस उम्मीद से आये थे कि पुलिस मध्यस्थता कर उनके विवाद को सुलझा लेगी. दोनों पक्ष आपसी समझौते के मूड़ में थे परंतु थानेदार द्वारा मामला दर्ज कराने के इरादे में थे. इसके चलते काफी समय होने पर थाने पहुंचे पति को वापस लौटता नहीं देख थाने पहुंचे एक व्यक्ति की पत्नी ने थाने पहुंचकर थानेदार के सामने जहर पी लिया. वहां मौजूद प्रतिवादी गुट के लोगों ने ही महिला को पहले जिवती अस्पताल पहुंचाया और फिर ग्रामीण अस्पताल गडचांदूर लाया उसकी हालत नाजुक देख उसे चंद्रपुर के जिला सामान्य अस्पताल में भरती किया गया है जहां उसका उपचार शुरू है.
प्राप्त जानकारी अनुसार जिवती पुलिस थानांतर्गत आनेवाले रामा गोटमवार और उसके पड़ोसी सिकंदर शेख परिवार में 7 जनवरी से विवाद हुआ. आज शनिवार 8 जनवरी को दोनों जिवती पुलिस स्टेशन पहुंचे और पहले तो एक दूसरे की शिकायत पुलिस के समक्ष की. और दोनों परिवारों के लोगों ने एफआईआर दर्ज कराने के बजाय समझौता करने की अपील पुलिस से की. इस पर जिवती के प्रभारी थानेदार एपीआय अम्बिके ने थानों की शिकायतें लिखित रूप से लेकर दोनों के खिलाफ गैर अपराधिक मामला (एन.सी मैटर) दाखिल कर दिया.
सबकुछ ठीक होने के बावजूद रामा गोटमवार को दिन भर थाने में ही बैठाकर रखा बिना कारण दिन भर पति को थाने में बैठाये रखे जाने से उसकी पत्नी परवीन तैश में आ गई और उसने घर जाकर चूहे मारने की दवा अपने साथ लायी और एपीए अम्बिके के सामने ही दवा निगल ली. दवा खाने से उसकी हालत बिगड़ गई जिससे उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाने के बजाय पुलिस ने हाथ खड़े कर दिये. महिला की अवस्था को देख प्रतिवादी शेख परिवार का दिल पसीज गया और उन्होने सारा विवाद भूलकर महिला को निजी वाहन से गडचांदूर ग्रामीण अस्पताल पहुंचाया.
महिला के पति रामा गोटमवार का कहना है कि उसकी पत्नी की हालत नाजुक देखने के बाद भी एक भी पुलिस कर्मचारी ने उनकी मदद नहीं की बल्कि उसके पड़ोसी शेख परिवार ने ही उन्हें अस्पताल पहुंचाने में सहायता की है. उक्त महिला का सामान्य अस्पताल चंद्रपुर में उपचार शुरू है.