घुग्घुस के रेत तस्करों पर प्रशासन महेरबान!

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चंद्रपुर : शुक्रवार को जिला खनिकर्म विभाग के उडन दस्तों ने चंद्रपुर से लगभग 40 से 50 किलोमीटर दूर जिले के कोठारी, बल्लारपुर, राजुरा, गोंड़पिपरी के रेत घाटो पर छापा मार कर अवैध रेत की तस्करी करने वालो पर कार्रवाई की. इस कार्रवाई के दौरान 650 ब्रास अवैध रेती व एक ट्रक जप्त किया गया. इस कार्रवाई की सराहना की जा रही है. लेकिन जिला प्रशासन कार्यालय से महज 25 किलोमीटर दूरी पर स्थित जिले की औद्योगिक नगरी घुग्घुस के वर्धा नदी के तट पर नकोड़ा व घुग्घुस रेती घाटों पर दिन रात खुलेआम ट्रैक्टरों से वर्धा नदी के पात्र में से अवैध रेती उत्खनन की ओर प्रशासन की अनदेखी जारी है.

उल्लेखनीय है कि यहां पर दो हजार ब्रास से अधिक रेती का स्टॉक दोनों घाटो पर किया गया हैं लेकिन जिला प्रशासन या माइनिंग विभाग की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इस मामले में प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे है. दिन रात 40 से 50 ट्रैक्टरों से घुग्घुस पुलिस स्टेशन व तहसील कार्यालय के सामने से बेरोकटोक रेती तस्करी जारी है. विगत माह में शहर के सामाजिक कार्यकर्ता तिवारी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर शहर में चल रहे अवैध रेती पर अंकुश लगाने की मांग भी की थी. हालांकि इसके बाद दिखावे के लिए कार्रवाई की गई.

क्या रेती तस्कर अधिकारियों पर भारी पड़ रहे है?
ये सवाल अब नागरिकों द्वारा पूछा जाने लगा है, घुग्घुस शहर के रेती घाटो से हो रही अवैध रेत पर कार्रवाई करने से प्रशासन आखिर क्यों डर रहा है? ये समझ से परे है. यह भी माना जा रहा है कि इस मामले में बड़ी मछलियां शामिल होने से प्रशासन की हिम्मत नहीं हो रही है. इसके चलते रेत तस्करों के हौसले बुलंदी पर है.