भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा वाघ के पति के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज

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मुंबई : भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा वाघ के पति किशोर वाघ के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB)आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है. ACB का दावा है कि जांच में किशोर वाघ की संपत्ति आय के ज्ञात स्त्रोतों से 90 फीसदी ज्यादा पाई गई. ACB ने मामले में किशोर वाघ को नोटिस भी भेजा है. दरअसल पूजा चव्हाण की मौत के मामले में चित्रा वाघ लगातार आक्रामक हैं और मामले में वन मंत्री संजय राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई और उनके इस्तीफे की मांग कर रहीं हैं. पति के खिलाफ दर्ज की गई FIR को चित्रा वाघ ने बदले की कार्रवाई बताया है. उन्होंने कहा कि मामले में उन्हें या उनके पति को कोई जानकारी दिए बिना एफआईआर दर्ज कर ली गई और अपना पक्ष रखने का मौका भी नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि मैं कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हूं. विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि चित्रा वाघ जमीन पर उतरकर आक्रामक तरीके से न्याय मांग रहीं हैं इसलिए सरकार उनका मुंह बंद करने की कोशिश कर रही है. पूराने खारिज हो चुके मामले बदले की भावना से फिर शुरू किए जा रहे हैं. लेकिन वे और ताकत से लड़ेंगी और हम उनके साथ खड़े हैं.

क्या है मामला : रविंद्र नेवगे नाम के एक व्यक्ति ने मामले की शिकायत की थी जिनके भाई के स्पाइनल कॉर्ड का साल 1997 में परेल के महात्मा गांधी अस्पताल में ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद मरीज की मौत हो गई थी जिसके बाद उसके भाई ने राष्ट्रीय उपभोक्ता फोरम में शिकायत करते हुए 15 लाख के मुआवजे और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की थी. शिकायतकर्ता के मुताबिक इस मामले में सरकारी दस्तावेज मांगने पर उस समय अस्पताल के अधीक्षक गजानन भगत, चिकित्सा से जुड़े रिकॉर्ड रखने वाले किशोर वाघ और संदेश कांबले नाम के निजी व्यक्ति ने चार लाख रूपए की मांग की थी. एसीबी ने 5 जुलाई 2016 को जाल बिछाकर तीनों को रंगेहाथों गिरफ्तार किया था. इसके बाद किशोर को सेवा से निलंबित कर दिया गया था. गिरफ्तारी के बाद एसीबी किशोर की संपत्तियों की जांच कर रही थी.

आय से अधिक मिली संपत्ति : 12 फरवरी को दर्ज एफआईआर में एसीबी का दावा है कि छानबीन के दौरान जानकारी मिली कि किशोर वाघ ने दिसंबर 2006 से 5 जुलाई 2016 तक आय के ज्ञात स्त्रोतों से 1 करोड़ 14 लाख 64 हजार 940 रुपए की संपत्ति अर्जित की थी. लेकिन इसी दौरान उन्होंने 1 करोड़ 25 लाख 8 हजार 385 रुपए खर्च किए थे। यही नहीं उनकी कुल संपत्ति 2 करोड़ 18 लाख 11 हजार 603 रुपए की थी. आय से उनकी संपत्ति 1 करोड़ 3 लाख 46 हजार 663 रुपए यानी 90.24 फीसदी ज्यादा थी. इसलिए पहले से दर्ज मामले में एसीबी ने आय से अधिक संपत्ति के आरोप में भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 13(2) और 13 (1)(ई) भी जोड़ दिया है.