सुबह 6 से 10 बजे तक 4 वाहन और दोपहर 2 से 4 बजे तक के लिए 4 वाहनों के प्रवेश को अनुमति दी गई हैं. पर्यटकों को प्रवेश शुल्क 500 रुपए तथा गाइड शुल्क 350 रुपए अदा करना होगा।
चंद्रपुर : मध्य चांदा वनविभाग अंतर्गत आनेवाले वनपरिक्षेत्र बल्लारपुर की आदिवासी बहुल कारवा गांव से सटे वन क्षेत्र में वन सफारी शुरू करने की घोषणा की गई है.
गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में 26 जनवरी से कारवा रोपवाटिका तक 30 किलोमीटर कच्चे मार्ग पर वन सफारी शुरू की जाएगी, यह जानकारी चंद्रपुर मध्य चांदा वनविभाग के उपवनसंरक्षक अ.द. मुंढे ने दी है.
इस क्षेत्र में बाघ, तेंदुए, हिरण, भालू, जंगली बिल्ली, चीतल, नीलगाय, चौसिंगा, जंगली श्वान आदि अनेक प्रकार के प्राणियों समेत 200 प्रकार के विविध पंछियों की प्रजातियां और पेड़ – पौधों के निसर्गरम्य परिसर का पर्यटकों को लुत्फ उठाने के लिए संयुक्त वन प्रबंधन समिति के माध्यम से क्षेत्रीय वन क्षेत्र में वन सफारी शुरू करने का देश का प्रथम प्रयोग होकर कारवा गांव से सटे कच्चे मार्ग व पगड़डियों से सफारी पर्यटन की शुरुआत की जा रही हैं. इससे ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध होगा.
उल्लेखनीय है कि ताडोबा टाइगर प्रोजेक्ट आमतौर पर पर्यटकों को आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाता है. प्रतीक्षा सूची में पर्यटकों को अनेक दिनों का इंतजार करना पड़ता है. ऐसे में कारवा गांव के ग्रामीणों के सहयोग से खुले व घने जंगलों में वन्यजीवों का दर्शन दिलाने के लिए वन विभाग की पहल पर सफारी पर्यटन की शुरुआत की जा रही है.