शराबबंदी जिलों के लिए तस्करी का केंद्र बना यवतमाल -पड़ोसी राज्यों से लाई जा रही है बेरोकटोक शराब

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इन दिनों कोरोना की वजह से लॉक डाउन चल रहा है. हरियाणा से यवतमाल की दूरी 1350 किलोमीटर है. यानी हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की बॉर्डर पार कर के ये शराब से भरा ट्रक यवतमाल पहुंचा है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर किसी भी चेक पोस्ट पर किसकी जाँच क्यों नहीं की गई. इसी से ये शक और प्रबल हो रहा है कि इसके पीछे बड़े लोग शामिल तो नहीं ?

यवतमाल : केवल हरियाणा में बेचने की मंजूरी वाली शराब यवतमाल में पहुंचने से खलबली मची है. उल्लेखनीय है कि यवतमाल से ही आस पास के शराबबंदी वाले जिलों में खुलेआम शराब की तस्करी की जाती है. यवतमाल इन दिनों शराब तस्कर और माफियाओं के लिए सुरक्षित केंद्र बन गया है. आबकारी विभाग के दल ने हालांकि छापा मारकर शराब माफिया और तस्करों के मनसूबों पर पानी फेर दिया है. लेकिन अब तक इसके मुखिया तक आबकारी का दल नहीं पहुंच सका है.

‘आइबी’ (IMPERIAL BLUE)  यह विदेशी शराब केवल हरियाणा में ही बेचने की अनुमति है. बोतल पर भी ऐसा ही लिखा हुआ है. बावजूद इसके सौ पेटी शराब ट्रक में डालकर यवतमाल में लाई गई. डोर्ली के सुरक्षित स्थान पर एक कार और पीकअप वाहन में ये माल भरा जा रहा था. इसी दौरान आबकारी विभाग के दल ने छापा मार दिया.
दल ने 29 लाख 95 हजार 600 रुपयों का माल जब्त किया है. जानकारी मिल रही है कि यवतमाल से ये शराब वर्धा, चंद्रपुर और गडचिरोली जैसे शराबबंदी वाले जिलों में ले जाई जाने वाली थी. इस पूरे मामले में यवतमाल की लिकर लॉबी के किसी व्यक्ति के शामिल होने का संदेह जताया जा रहा है.

  • ट्रक की जांच क्यों नहीं हुई ?
    हरियाणा जैसे दूर के राज्य से दस पहिया वाहन में सौ पेटी शराब लाई जाती है और कहीं पर भी इसकी जांच तक नहीं होती, ये समझ से परे है. शराब तस्करी में हरियाना से यवतमाल का नया कनेक्शन अब सामने आया है.
  • इन पर हुई कार्रवाई
    आबकारी विभाग के दल ने विनोदकुमार राजपुत (उम्र 32, खाकाबाग, जि. इटावा (उत्तर प्रदेश)), दिनेश येंडाले (29, नालवाडी, वर्धा), निकेत पडडाखे (30, रामनगर, वर्धा), नितीन कलंबकर (30, स्टेशन फैल, वर्धा), सतीश येंडाले (26, शिवनी, जि. अकोला), अमोल कांबले (24, चंदननगर, नागपुर) को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई के दौरान राजनीतिक दबाव डाला जाने की भी चर्चा दबी जुबान में की जा रही है.
  • फर्जी मार्बल पाउडर भरा था
    ट्रक में विदेशी शराब लाते समय किसी को संदेह न हो इसलिए फर्जी मार्बल पाउडर भरा गया था. इसी वजह से हरियाणा से यवतमाल तक ये सुरक्षित पहुंच गया. हालांकि अन्य वाहनों में शराब डालते समय भांडा फुट गया.
  • मामले की जांच जारी है…
    यह शराब हरियाणा से लाई गई है ये हमारी जांच में साफ हो गया है. शराब की तस्करी कर रहे सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उन्हें न्यायालय के सामने पेश करने पर दो दिनों की एक्‍साईज कस्टडी मिली है. मामले की जांच अभी जारी है.
    – सुरेंद्र मनपीया, अधीक्षक, आबकारी विभाग, यवतमाल.

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