सरकारी व्यवस्था कुछ नहीं, निजी को दे रहे है बढ़ावा
चंद्रपुर : एक तरफ सारी दुनिया इस समय कोरोना संक्रमण की महामारी से निपटने की सोच रही है. वहीं चंद्रपुर और नागपुर के कुछ व्यापारियों ने इस आपदा में भी अपना बिजनेस खोज लिया है. इसी सोच से चंद्रपुर में राज्य का पहला निजी जंबो कोविड केयर सेंटर खुलने जा रहा है. जिसमें 700 बेड होंगे ऐसा कहा जा रहा है. मेडिकल फील्ड के एक्सपर्ट कहते है कि इस सेंटर से रोजाना लाखों रुपयों की कमार्र्ई की जाएगी.
चंद्रपुर के पुराने और नए जिलाधिकारी ने जिले के नागरिकों को हमेशा सरकारी कोविड केयर सेंटर का सपना दिखाया. लेकिन ये सपना कभी पूरा नहीं हो सका. इसी बीच नागपुर के कुछ लोग, व्यापारी और नेताओं ने इस महाभयानक आपदा में अवसर खोजते हुए अपना बिजनेस सेटअप लगाने की मंशा से 700 बेड का ये कोविड सेंटर शुरू करने की योजना बनाई है. जिले के पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ने इस निजी कोविड केयर सेंटर का स्वागत ही किया है. उनका कहना है कि ये सेंटर बनने से रईस वहां जाएंगे तो सरकारी अस्पतालों में गरीबों के लिए बेड खाली हो जाएंगे. सांसद बालू धानोरकर का कहना है कि इस तरह की निजी व्यवस्था कभी किसी के फायदे की नहीं हो सकती है. अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ये किया जा रहा है. एड. पारोमिता गोस्वामी का कहना है कि जिस समय राज्य की अन्य मनपा अपने क्षेत्रों में खुद के कोविड केयर सेंटर चला रही है, ऐसे में निजी केयर सेंटर खुलवाना आम नागरिकों के हित में नहीं हो सकता है. संक्रमण बढ़ेगा ऐसा खुद प्रशासन कह रहा है, फिर तैयारी क्यों नहीं की जा रही है?