मनोज अधिकारी हत्याकांड : आज PCR खत्म, अबतक पुलिस की जांच हवा हवाई

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कौन है वो हुस्नपरी, जिसे खोज नहीं पा रही है चंद्रपुर पुलिस?

चंद्रपुर : बंगाली कैम्प के प्रतिष्ठित व्यवसायी व कांग्रेस कार्यकर्ता मनोज अधिकारी की हत्या मामले में पुलिस की जांच अब भी हवा हवाई ही नजर आ रही है. जबकि आज 5 अक्तूबर को इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों का पीसीआर खत्म होने जा रहा है. उधर इस हत्याकांड से गुस्साए लोग मनोज के परिजनों के साथ न्याय के लिए कैंडल मार्च निकालने की तैयारी कर रहे है. पुलिस उस लड़की को लेकर गंभीर नहीं दिख रही जबकि सवाल ये है कि आखिर घटनास्थल पर किसी हसीना और फोटोग्राफर के एकसाथ होने की जरुरत ही क्या थी?

बुधवार को मनोज की हत्या के बाद से पुलिस ने तीन आरोपी पार्षद अजय सरकार, रवींद्र बैरागी और एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर धनंजय देबनाथ को गिरफ्तार किया है. तीनों का पीसीआर आज सोमवार को खत्म हो रहा है. लेकिन इस निर्मम हत्याकांड में अबतक पुलिस की जांच आगे ही नहीं बढ़ पा रही है. इसी बीच जिस लड़की के बारे में पुलिस ने जिक्र किया था उसका कोई अता पता नहीं है. जबकि धनंजय देबनाथ का प्रोफेशनल फोटोग्राफर होना और इस मामले में किसी लड़की का साथ में होना पूरी तरह से हनि ट्रैप की ओर इशारा कर रहा है. वहीं ये जानकारी मिल रही है कि देबनाथ को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉलो करने वाली एक ‘हुस्नपरी’ ने इस मामले के खुलासे बाद से ही खुद की प्रोफाइल को लॉक कर दिया है. इससे पहले इस हसीना की कई सारी तस्वीरें बॉलिवुड की बड़ी और नामचीन हस्तियों के साथ दिखाई दी है. उल्लेखनीय है कि ये हसीना चंद्रपुर की ही बताई जाती है, जो बाद में मॉडलिंग और फैशन की दुनिया में सुर्खियां बटोरने के लिए यहां से निकल गर्ई थी.

लेकिन सूत्र बताते है कि ये हसीना इसके बाद भी चंद्रपुर आते जाते रही है. खुद को सिंगल बताकर अपने हुस्न और जिस्म की सोशल मीडिया में खुलेआम नुमाइश कर इस हसीना ने कहीं मनोज को भी अपने हुस्न जाल में फंसाकर ‘शिकार’ तो नहीं बनाया. इस दिशा में भी अब जांच होनी जरूरी है. हालांकि अबतक पुलिस की जांच पकड़े गए आरोपियों के बयान के ही ईर्द गिर्द घुमती नजर आ रही है. जबकि इस मामले में लिप्त वो हसीना अब भी खुली घुम रही है.

न्याय के लिए निकालेंगे कैंडल मार्च

सोमवार, 5 अक्तूबर से शहर में कुछ गुस्साए लोग और मनोज के परिजन कैंडल मार्च निकालने की तैयारी में है. इस समय निवेदन आदि के माध्यम से पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने कोशिश की जाएगी.

क्या कहती है पुलिस…

थानेदार प्रकाश हाके ने बताया है कि पुलिस अलग अलग माध्यमों से इंट्रोगेशन में लगी है. 30 सितंबर को मनोज का शव मिलने व उसके पास ही कुछ आपत्तिजनक सामग्री के साथ 35 प्रकार की वस्तुएं मिलने के बाद साजिश व हत्या की बात सामने आई. वो कहते है कि पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. जांच अब भी जारी है.

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