चंद्रपुर : लैंड ऑफ टाइगर्स के नाम से प्रसिद्ध चंद्रपुर जिले का ताड़ोबा टाइगर प्रोजेक्ट देश और विदेश में चर्चा का विषय है। बाघों की जन्नत कहे जाने वाले ताड़ोबा में देश-विदेश के पर्यटकों को आसानी से बाघ नजर आ जाते हैं। परंतु ताड़ोबा टाइगर प्रोजेक्ट के भितर के चंद गांवों में रहने वाले नागरिक आज भी दुपहिया वाहन से आवागमन करते हैं। इनके लिए बाघों का नजर आना आम बात है।
हालही में पद्मापुर से मोहुर्ली की ओर जाते समय शनिवार, ९ जनवरी को हैद्राबाद के २९ वर्षीय युवा पर्यटक भार्गव श्रिवरी ने अपने कैमरे से अद्भुत क्षण को कैद कर लिया। इस समय मोहुर्ली की ओर घर लौटने वाले दुपहिया सवार वाहन चालक को मार्ग पार करते हुए बाघ दिखाई पड़ा। उसने तुरंत ही ब्रेक लगा दिया। इस दौरान वाहन चालक के साथ महिला भी वाहन पर बैठी हुई थी। पीछे से एक और दुपहिया वाहन पास आकर रुक गया। दोनों वाहन चालकों ने बाघ के गुजर जाने का इंतजार किया। यह अप्रतिम तस्वीर हैद्राबाद पहुंचकर भार्गव ने वायरल की है। जिसकी सर्वत्र चर्चा व सराहना हो रही है।
बताया जाता है कि ताड़ोबा के एक निजी रिसोर्ट में रुके भार्गव श्रिवरी फोटोग्राफी में नये-नये हैं। परंतु शनिवार को कुछ ऐसा हुआ कि उनके कैमरे से बेहद रोमांचक तस्वीर को कैद करने का उन्हें मौका मिल गया। शाम ढलने के पूर्व जब एक परिवार पद्मापुर मार्ग से मोहुर्ली की ओर लौट रहा था। तब दुपहिया वाहन के आगे अचानक बाघ आ गया। यह भारी-भरकम बाघ मार्ग पार कर रहा था। कुछ ही दूरी पर दुपहिया चालक को अपने वाहन के पहियों पर अचानक ब्रेक लगाना पड़ा। आक्रामक रूप न लेते हुए बाघ ने भी चुपचाप से जंगल की ओर निकल गया। इस दौरान पीछे से आने वाले सभी वाहन कुछ देर के लिए बाघ को देखकर रुक गये।