चंद्रपुर : चंद्रपुर – गढ़चिरौली और वर्धा जिलों में इन दिनों नशामुक्ति की लड़ाई जोरों पर है. हालांकि शराब कारोबारियों की लॉबी इन तीनों जिलों में फिर से अपना कारोबार शुरू करने के लिए काफी जुगाड़ में जुटी हैं. ऐसे में चंद्रपुर की 8 वीं क्लास की एक छात्रा ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिख कर शराबबंदी को कायम रखने की भावुक अपील की है.
इस बालिका ने सीधे मुख्यमंत्री से पूछा है कि क्या आदित्य दादा (आदित्य ठाकरे ) को यह अच्छा लगेगया कि मेरे पिता शराब के नशे में घर आएं. एक नशे में धुत ड्राइवर द्वारा मासूम लोगों को कुचलने या मेरे तेजस दादा ( तेजस ठाकरे, सीएम ठाकरे के छोटे पुत्र ) की कार से टकराने का विचार भी मुझे डरा देता है.
हम सभी राजमाता जीजाऊ और मां जगदंबा के वंशज हैं. ऐसे में हम उस टैक्स का भुगतान कैसे करेंगे जो लोगों के परिवार को नष्ट कर देता है.
लड़की ने ठाकरे सरकार के उस मंत्री पर भी निशाना साधा है जो चंद्रपुर में शराबबंदी को हटाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप हम सभी भाइयों, बहनों व माताओं को खुश रहने के लिए कहते हैं. फिर आपके मंत्री शराबबंदी हटाने की गैर जिम्मेदाराना जिद्द कैसे कर सकते हैं.
विजय वडेट्टीवार चाहते हैं खत्म हो पाबंदी
महाराष्ट्र के मदद और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार कोरोना महामारी खत्म होने के बाद चंद्रपुर में शराब पर प्रतिबंध खत्म करने के पक्ष में हैं. चंद्रपुर के पालक मंत्री वडेटटीवार का कहना है कि जिले में नकली शराब की खपत के कारण गुर्दा संक्रमण और कैंसर के मामले बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा है कि शराब बंदी के बावजूद पुलिस ने लगभग 120 करोड़ रुपये की शराब जब्त की है. प्रतिबंध लागू होने के बाद से जिले में पांच गुना अधिक शराब बेची जा रही है. ऐसे में इस पर लगे बैन को हटा देना बेहतर होगा.
राज्य में पिछली बीजेपी सरकार ने अप्रैल 2015 में चंद्रपुर में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था. राज्य के वर्धा और गढ़चिरोली जिलों में भी शराब पर प्रतिबंध हैं.
इस लड़की ने विजयदशमी को यह पत्र लिखा था. अब देखना होगा कि राज्य के मुख्यमंत्री ठाकरे उसके पत्र का क्या जवाब देते हैं.