चंद्रपुर : ताडोबा अंधारी बाघ प्रकल्प में जिप्सी से बफर क्षेत्र में पर्यटकों को 1 जुलाई से और कोअर क्षेत्र में 1 अक्टूबर से भ्रमण की अनुमति दी गई थी. पर्यटकों के सफारी के लिए कैंटर और मिनी बस नहीं शुरु की गई थी. अब ताडोबा प्रकल्प ने आज 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए मिनी बस और कैंटर से जंगल भ्रमण शुरु कर दिया है.
कोरोना संकट को देखते हुए ताडोबा में पर्यटकों के भ्रमण पर रोक लगा दी गई थी. लेकिन पर्यटकों की मांग पर अब इसे शुरु किया गया है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी दिशा निर्देश के आधार पर ताडोबा में पर्यटकों को भ्रमण की अनुमति दी जा रही है. वर्तमान में पर्यटक जंगल सफारी से भ्रमण कर ताडोबा में स्वच्छंद विचरण करने वाले बाघ, तेंदुए, जंगली भैंसा और अन्य जंगली जानवरों के दर्शन कर रहे है.अब पर्यटकों को अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 1 नवंबर से मिनी बस भी शुरु की जा रही है.
ताडोबा के मोहर्ली गेट से सुबह और दोपहर 2-2 कैंटर छोडे जाएंगे. नवेगांव प्रवेश द्वार से कैंटर की मांग पर उपलब्धता के अनुसार मोहर्ली की कैंटर को कम कर नवेगांव को भेजी जाएगी. उसी प्रकार ताडोबा अंधारी बाघ प्रकल्प चंद्रपुर कार्यालय से सुबह 1 मिनी बस मोहर्ली जंगल सफारी शुरु की गई है. सफारी के सुबह और दोपहर के आरक्षण आनलाईन पध्दति से जल्द किये जा सकेंगे. जब तक आनलाईन सुविधा नहीं शुरु होती तब तक आफलाईन आरक्षण कराया जा सकता है. इसलिए पर्यटकों से लाभ लेने की अपील ताडोबा अंधारी बाघ प्रकल्प संवर्धन प्रतिष्ठान के कार्यकारी संचालक जितेंद्र रामगावकर ने की है.