जब तीन वाहन मिले थे तो सिर्फ एक पर ही कार्रवाई क्यों?
घुग्घुस (चंद्रपुर) : अवैध रेती उत्खनन करने वालो पर सोमवार की रात माइनिंग विभाग ने अचानक धावा बोला। इस दौरान एक वाहन जब्त भी किया गया. लेकिन अब आधी रात को की गई इस पूरी कार्रवाई पर ही सवाल उठने लगे है.
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को करीबन 10:30 बजे के दरमियान चंद्रपुर माइनिंग विभाग की महिला अधिकारी अल्का खेड़कर व सीनियर क्लर्क संजय वरकड़े अपने दल के साथ चंद्रपुर के दो पुलिस कर्मियों को साथ लेकर स्कार्पियों में सवार होकर घुग्घुस के वर्धा नदी के घोड़ा घाट पर पहुंचे. वहां घाट पर अवैध रेती उत्खनन कर रहे एक JCB मशीन व 3 हाइवा में से केवल एक मात्र हाइवा क्रमांक MH – 29 – AB 7020 पर कार्रवाई कर घुग्घुस के तहसील कार्यालय में लाया गया.
एक पर कार्रवाई, दो पर मेहरबानी क्यों ?
माइनिंग विभाग के अधिकारी ने सोमवार की रात 10:30 बजे से लेकर मंगलवार की देर रात करीबन 1:15 बजे तक ये कार्रवाई कि है. लगभग 3 घंटे उनके और शहर के रेती तस्करों के बीच ऐसा क्या गुप्त समझौता हुआ कि 2 अन्य हाइवा क्रमांक MH 29 AB 2930, MH 29 AB 9688 औऱ एक जेसीबी मशीन को बिना किसी कार्रवाई के ही छोड़ दिया गया. इससे अब सवाल उठ रहे है. उल्लेखनीय है कि इसी महिला माइनिंग अधिकारी ने दो दिन पूर्व 17 अक्टूबर को इसी रेती घाट पर अवैध रेती उत्खनन कर रहे 4 ट्रैक्टरों पर कार्रवाई कर उनसे जुरमाना वसूला है लेकिन आज अचानक इन बड़े तस्करो पर इतनी मेहरबानी शक पैदा कर रहा है.
लाखों का जुर्माना छोड़ने की वजह क्या है?
बताया जाता हैं कि माइनिंग विभाग द्वारा जब अवैध रेती उत्खनन के दौरान वाहन को पकड़ा जाता है तो जेसीबी मशीन पर 7 लाख 50 हजार रुपए और हाइवा पर 2 लाख 50 हज़ार रुपये के हिसाब से जुर्माना वसूला जाता हैं. लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ. एक मात्र हाइवा पर कार्रवाई दिखाकर बाकी वाहनों को छोड़ दिए जाने से सरकार को लाखों का जुर्माना मिलने से रह गया.
कार्यप्रणाली पर उठ रहे है सवाल
इस कार्रवाई से माइनिंग विभाग के कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठने लगे है. ये पूछा जाने लगा है कि क्या इस कार्रवाई में तस्कर व अधिकारियों के बीच कुछ साठगांठ तो नहीं हुई है. दबी जुबान में ये आरोप लग रहे है कि अन्य वाहनों को छोड़ने के पीछे “बड़ी सेटिंग” तो हुई है.
किसी पर मेहरबानी नहीं की जाएगी : अल्का खेड़कर
इस कार्रवाई को अंजाम देनेवाली माइनिंग विभाग की महिला अधिकारी अल्का खेड़कर से बात करने पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि जिस समय उनकी टीम रेती घाट पर पहुंची थी उस समय वहां और भी वाहन मौजूद थे. उन सभी वाहनों पर भी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में राजस्व विभाग के आला अधिकारियों से बात करने के बाद आगे की कार्रवाई का फैसला लिया जायेगा. उनका कहना है कि रात को उनके मोबाइल की बैटरी ख़त्म होने से मोबाइल बंद था. लेकिन इस मामले में किसी को भी बक्शा नहीं जायेगा.